Mahavir Jayanti 2025: कब है महावीर जयंती 2025 में, जाने शुभ मुहूर्त, पूजा विधि व महत्व

महावीर जयंती का महत्व

Mahavir Jayanti 2025: हिंदी पंचांग के अनुसार हर वर्ष चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन महावीर जयंती मनाई जाती है। हिंदी पंचांग के अनुसार इस दिन भगवान महावीर का जन्म हुआ था। ऐसी मायन्ता है कि इनका जन्म 599 ईसा पूर्व में बिहार के कुंडलपुर के राजघराने में हुआ था। भगवान महावीर के बचपन का नाम वर्धमान था। इन्होंने 30 वर्ष की आयु में ही राज महलों के सुख को त्याग कर सत्य की खोज में जंगलों में चले गए।

और इन्होंने घने जंगलों में रहते हुए बारह वर्षों तक कठोर तपस्या की जिसके बाद ऋजुबालुका नामक नदी के तट पर साल वृक्ष के नीचे बैठकर उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। और वही पर भगवान महावीर ने समाज के सुधार और लोगों के कल्याण के लिए उपदेश दिए। इन्होंने ने मोक्ष प्राप्त करने के लिए पांच नियम स्थापित किए। जिन्हें हम पंच सिद्धांत के नाम से जानते हैं। ये पांच सिद्धांत हैं। जैसे- अहिंसा, अस्तेय, ब्रह्मचर्य, सत्य और अपरिग्रह आदि।

महावीर जयंती जैन संप्रदाय के लोगों के लिए बहुत ही खास मानी जाती है। महावीर जयंती के शुभ अवसर पर जैन समाज के लोग प्रभातफेरी, अनुष्ठान और अन्य अध्यात्मिक कार्यक्रम का आयोजन करते हैं। साथ ही इस दिन भगवान महावीर की प्रतिमा पर सोने या चांदी के कलश से जल अर्पित करते है। और उनके उपदेशों का पूर्ण श्रद्धाभाव से श्रवण करते है।

आईये जानते है साल 2025 में महावीर जयंती कब है ? जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और इनके जीवन से जुड़ी कुछ महत्व पूर्ण बाते

इसे भी पढ़ो- Vaishakh Purnima 2025: कब है वैसाख पुर्णिमा 2025 में, जाने शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, महत्व व उपाय

महावीर जयंती पूजा विधि

Mahavir Jayanti Puja Vidhi: महावीर जयंती जैन धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण त्यौहार है। जो भगवान महावीर के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। इसलिए महावीर जयंती के दिन व्रती सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और शुद्ध वस्त्र धारण करे। इसके बाद अपने घर के मंदिर में एक पूजा स्थल तैयार करके उसे साफ़ और शुद्ध करें। इसके बाद पूजा स्थल पर भगवान महावीर की मूर्ति की स्थापना करें। फिर पूजा के लिए आवश्यक सामग्री जैसे कि फूल, फल, धूप, दीप, और प्रसाद तैयार करें। इसके बाद भगवान महावीर की मूर्ति के सामने खड़े होकर पूजा करें। और भोग के रूप में भगवान महावीर जी को फूल, फल, धूप, दीप, और प्रसाद चढ़ाएं। इसके बाद भगवान महावीर के मंत्रों का जाप करें। जैसे कि नमो महावीराय भगवान महावीर की आरती करें। फिर पूजा के बाद प्रसाद का वितरण करें। इसके बाद महावीर जयंती के दिन दान और पुण्य करना भी शुभ माना जाता है। इसलिए गरीबों और जरूरतमंदों को दान दक्षिणा दें।

महावीर जयंती 2025 शुभ मुहूर्त

Mahavir Jayanti 2025 Date Time: अब आप को बतादे की वर्ष 2025 में महावीर जयंती 10 अप्रैल दिन गुरुवार को मनाया जाएगा।

त्रयोदशी तिथि शुरू होगी : 09 अप्रैल 2025 को रात 10 बजकर 55 मिनट पर
त्रयोदशी तिथि ख़त्म होगी : 11 अप्रैल 2025 को रात 01:00 बजे

Leave a Comment

error: Content is protected !!