Govardhan Puja 2026: गोवर्धन पूजा का हिन्दू धर्म मे विशेष महत्व है। हिंदी पंचांग के अनुसार गोबर्धन पूजा प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है। और इस पर्व को अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है जो भगवान श्री कृष्ण को समर्पित है। और इस दिन गौधन यानी गाय-बैलों की भी पूजा की जाती है। गोबर्धन पूजा दीवाली की सुबह मनाया जाता है। तो कही पर दीवाली से दूसरे दिन मनाया जाता है।
ऐसी मान्यता है कि इस दिन महिलाएं अपने घर के आंगन में गोबर से गोवर्धन पर्वत की आकृति बनाती हैं और उसकी पूजा करती हैं। इस दिन भगवान श्री कृष्ण को 56 प्रकार का भोग लगाने की परंपरा है। तो कुछ स्थानों पर इस दिन गायों की पूजा की जाती है। आइये जानते है साल 2026 में गोवर्धन पूजा कब है ? 09 या 10 नवम्बर, जानिए पूजा का सही डेट व समय, पूजा विधि, पूजा शुभ मुहूर्त व महत्व –
गोवर्धन पूजा विधि
गोवर्धन पूजा का पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को मनाया जाता है। इस दिन सुबह जल्दी उठकर शरीर पर तेल की मालिश करके स्नान आदि करके साफ व शुद्ध वस्त्र धारण करे। इसके बाद व्रत का संकल्प ले। और फिर घर के मुख्य दरवाजे पर गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाएं। और इस पर्वत के बीच में भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति रख दें।
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इसके बाद गोवर्धन पर्वत व भगवान श्रीकृष्ण को विभिन्न प्रकार के पकवानों व मिष्ठानों का भोग लगाएं। और साथ ही देवराज इंद्र, वरुण, अग्नि और राजा बलि की भी पूजा करें। और पूजा करने के बाद कथा सुनें। इसके बाद प्रसाद के रूप में दही व चीनी का मिश्रण सब में बांट दें। इसके बाद किसी योग्य ब्राह्मण को भोजन करवाकर उसे दान-दक्षिणा देकर प्रसन्न करें।
गोवर्धन पूजा कब है 2026 Govardhan Puja 2026 Date
हिंदी पंचांग के अनुसार गोबर्धन पूजा कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है। जो साल 2026 में गोबर्धन पूजा 10 नवंबर दिन मंगलवार को मनाया जाएगा।
- गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त है – सुबह 10 नवंबर 2026 को सुबह 06 बजकर 22 मिनट से लेकर सुबह 08 बजकर 33 मिनट तक रहेगा
अवधि – 02 घण्टे 11 मिनट - प्रतिपदा तिथि प्रारम्भ – 09 नवम्बर 2026 को दोपहर 12 बजकर 31 मिनट पर
- प्रतिपदा तिथि समाप्त – 10 नवम्बर 2026 को दोपहर 02 बजकर 01 मिनट पर