Bhadrapada Sankashti Chaturthi 2026: 2026 में हेरम्ब गणेश चतुर्थी कब है? नोट करले, डेट टाइम, पूजा मुहूर्त, पूजा विधि

Bhadrapada Sankashti Chaturthi 2026: हिंदी पंचांग के अनुसार प्रत्येक माह में 2 बार चतुर्थी तिथि आती है। कृष्णपक्ष की चतुर्थी संकष्टी और शुक्लपक्ष की चतुर्थी विनायक चतुर्थी कहलाती है। संकष्टी चतुर्थी का व्रत संकटो से मुक्ति पाने के लिए रखा जाता है। ऐसी मान्यता है कि चतुर्थी तिथि के दिन भगवान गणेश की पूजा उपासना करने का विधान है। कृष्णपक्ष में पड़ने वाली चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है।

भाद्रपद मास के कृष्णपक्ष की चतुर्थी को हेरम्ब चतुर्थी (या बहुला चतुर्थी) के नाम से जाना जाता है। यह दिन भगवान गणेश की 32 स्वरूपों में से एक हेरंब देव को समर्पित है। इसलिए आज के दिन जो भी लोग भगवान गणेश की हेरम्ब स्वरूप की पूजा आराधना करते है उनकी सभी बाधाएं दूर होती है। और जीवन मे सुख समृद्धि आती है। आइए जानते हैं साल 2026 में कब है हेरंब संकष्टी चतुर्थी और भाद्रपद माह में भगवान गणेश की पूजा का क्या महत्व है।

हेरम्ब संकष्टी चतुर्थी पूजा विधि

हेरम्ब चतुर्थी भगवान गणेश को समर्पित होती है इसलिए इनकी पूजा करने से पहले इस दिन सुबह जल्दी उठकर पवित्र स्नान करें। इस दिन भक्त भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा करते हैं। पूजा में गेंदे के फूल, दूर्वा घास और मोदक का भोग लगाया जाता है। चंद्रोदय के बाद चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत का पारण किया जाता है। पूजा करने से पहले एक मिट्टी की वेदी बनाये और उसपर भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करें। और उनका अभिषेक करें।

इसके बाद उन्हें पीले फूलों की माला अर्पित करें। कुमकुम का तिलक लगाएं और घर पर बनी मिंठाई, मोदक, आदि चीजों का भोग लगाएं। दूर्वा घास अवश्य अर्पित करें बप्पा के वैदिक मंत्रं का जाप करें। गणपति चालीसा का पाठ करें। और आरती से पूजा को समाप्त करें। पूजा में हुई गलती के लिए क्षमा मांगे। पूजा में तुलसी का उपयोग गलती से भी न करें और तामसिक चीजों से दूर रहे।

2026 में हेरम्ब गणेश चतुर्थी कब है? Bhadrapada Sankashti Chaturthi 2026 Date Time

हिंदी पंचांग के अनुसार साल 2026 में भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की हेरंब संकष्टी चतुर्थी 31 अगस्त दिन सोमवार को मनाई जाएगी। इस दिन बहुला चौथ का व्रत भी रखा जाएगा। हिंदी पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 3 अगस्त दिन सोमवार को सुबह 08 बजकर 50 मिनट पर शुरू हो रही है और 01 सितम्बर दिन मंगलवार को सुबह 07 बजकर 41 मिनट पर समाप्त हो रही है। और इस दिन चंद्रोदय का समय होगा – रात 8 बजकर 25 मिनट पर

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