Ganga Dussehra 2030: गंगा दशहरा 2030 में कब है? नोट करें सही डेट टाइम, शुभ मुहूर्त व महत्व

Ganga Dussehra 2030: गंगा दशहरा एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहारों में से एक है। जो गंगा नदी के अवतरण के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। यह त्योहार हिंदी पंचांग के अनुसार हर वर्ष ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि गंगा दशहरा के दिन मांता गंगा के नाम का सुमिरन और स्मरण करने से सभी पाप धुल जाते हैं। इस दिन बड़ी संख्या में भक्तगण गंगा नदी में आस्था की डुबकी लगाते हैं। और माता गंगा की पूजा आराधना करते हैं। साथ ही गंगा दशहरा के दिन कुछ विशेष उपाय भी किया जाता हैं। इन उपायों को करने से घर में सुख और समृद्धि आती है। साथ ही सभी संकट दूर हो जाते हैं।

ऐसी मान्यता है कि जो भी लोग इस दिन माता गंगा में सच्चे शुद्ध मन से स्नान करके पूजा पाठ करते हैं। उन सभी के ऊपर माता गंगा का आशीर्वाद प्राप्त होता है। और उन लोगों के वर्तमान और पिछले जन्म के पापों से छुटकारा मिलता है और मोक्ष भी प्राप्त करते हैं। गंगा दशहरा का दिन शुभ माना जाता है। इसलिए आज के दिन कोई भी शुभ कार्य कर सकते है। अब आईये जानते है साल 2030 में गंगा दशहरा कब है, 10 या 11 जून, नोट करले पूजा डेट टाइम, पूजा विधि और इस दिन क्या करना चाहिए।

गंगा दशहरा 2030 तारीख और समय Ganga Dussehra 2030 Date time

व्रत त्यौहारव्रत त्यौहार समय
गंगा दशहरा11 जून २०30, मंगलवार
दशमी तिथि प्रारम्भ10 जून २०30, शाम 06:59 मिनट पर
दशमी तिथि समाप्त11 जून २०30, शाम ०4:49 मिनट पर

गंगा दशहरा पूजा विधि Ganga Dussehra Puja Vidhi

गंगा दशहरा के दिन सुबह जल्दी उठकर पवित्र गंगा नदी, तालाब, पोखर आदि में स्नान आदि करले। और साफ शुद्ध वस्त्र पहन लें। फिर एक लोटे में जल लेकर उसमें थोड़ा सा गंगाजल मिलाकर भगवान सूर्य को अर्घ्य दें। और शाम के समय,गंगा नदी जाकर माता की आरती करे। और आरती करते हुए इस मंत्र का जाप करें। अब मां गंगा का ध्यान करते हुए गंगा के मंत्रों का जाप करें। ॐ श्री गंगे नमः मंत्र का उच्चारण मां गंगा का ध्यान करें। और फिर माता गंगा को फूल, दीया, सुपारी, फल और मिठाई आदि चढ़ाये। और माता गंगा से अपने जीवन के लिए सुख समृद्धि की कामना करे। और पूजा समाप्त होने के बाद माता गंगा की आरती करे। और जरूर मंद ब्राम्हणों को अपने सामर्थ्य के अनुसार दान दक्षिणा दे।

गंगा दशहरा के अवसर पर क्या करें

शास्त्रो में गंगा दशहरा का विशेष महत्व है। इस दिन गंगा नदी में स्नान करना बहुत ही शुभ माना जाता है। इसलिए गंगा दशहरा के दिन गंगा नदी में स्नान आदि करके माता गंगा की आराधना करने से मनुष्य द्वारा किये गए सभी पापो से मुक्ति मिलती है। इसलिए गंगा दशहरा के दिन दान और पुण्य जरूर करना चाहिए।

गंगा दशहरा के दिन पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए गंगा जल में तिल मिलाकर पितरो का तर्पण करे। और सुख समृधि पाने के लिए बहते हुए जल में जलता हुआ दीपक प्रवाहित करे। इसके अलावा घर में किसी भी तरह की तंगी हो तो उसे दूर करने के लिए किसी गरीब व्यक्ति को दान पुन्य करना चाहिए।

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