Ashadha Masik Durga Ashtami 2026: जुलाई 2026 में वैशाख मासिक दुर्गा अष्टमी कब है, नोट करले डेट टाइम, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि व उपाय

Ashadha Masik Durga Ashtami 2026: हिन्दू धर्म मे मासिक दुर्गा अष्टमी व्रत का विशेष महत्व बतलाया गया है। जो हिंदी पंचांग के अनुसार प्रत्येक मास के शुक्लपक्ष के अष्टमी के दिन मासिक दुर्गा अष्टमी का व्रत रखा जाता है। मासिक दुर्गा अष्टमी के दिन माता दुर्गा की पूजा आराधना करने का विधान है। हिंदू धर्म में वैसे तो कई सारे व्रत त्योहार मनाए जाते हैं लेकिन मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत पूजन बेहद ही खास माना जाता हैं। जो कि हर माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर मनाया जाता हैं। इसे दुर्गाष्टमी, मासिक दुर्गाष्टमी और मास दुर्गाष्टमी के नाम से जाना जाता हैं। इस दिन भक्त माता। दुर्गा की विधिवत पूजा करते हैं और उपवास भी रखते हैं।

धार्मिक मान्यता है कि जो भी लोग मासिक दुर्गा अष्टमी के दिन माता दुर्गा की पूजा अर्चना करते है और माता दुर्गा से सुख-समृद्धि, ऐश्वर्य और सौभाग्य की प्राप्ति की कामना करते हैं उनकी सभी मनोकामना पूरी होती है। इसके अलावा यदि जो लोग मासिक दुर्गाष्टमी के दिन माता दुर्गा की पूजा करते है उनके द्वारा किये गए सभी पाप धुल जाते हैं और मन शुद्ध होता है। इस दिन देवी दुर्गा की पूजा करने से सुख-समृद्धि, ऐश्वर्य और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि मासिक दुर्गाष्टमी के दिन माता दुर्गा की सच्चे मन से पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। और ग्रहदोष से भी मुक्ति मिलती है। आइए जानते हैं। साल 2026 में आषाढ़ मासिक दुर्गा अष्टमी कब मनाई जाएगी। 21 या 22 जुलाई, नोट करले, पूजा की सही तिथि, पूजा विधि और महत्व

मासिक दुर्गा अष्टमी 2026 कब है Ashadha Masik Durga Ashtami 2026 Date

व्रत त्यौहार के नामव्रत त्यौहार की तिथि
आषाढ़ मासिक दुर्गा अष्टमी व्रत21 जुलाई 2026 दिन मंगलवार को मनाई जाएगी
अष्टमी तिथि प्रारम्भ होगी21 जुलाई 2026 सुबह 04:02 मिनट पर
अष्टमी तिथि समाप्त होगी22 जुलाई 2026 सुबह 05:16 मिनट पर

मासिक दुर्गा अष्टमी पूजा विधि

मासिक दुर्गाष्टमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें इसके बाद पूजन स्थल की साफ सफाई करके गंगाजल का छिड़काव करें। अब मां दुर्गा का गंगाजल से अभिषेक करें साथ ही घर के मंदिर में एक दीपक जलाएं। माता को अक्षत, सिंदूर और लाल पुष्प अर्पित करें फिर प्रसाद फल और मिठाई का भोग चढ़ाएं। पूजन के अंत में माता की आरती करें और अपनी भूल चूक के लिए देवी मां से क्षमा मांगे और अपनी प्रार्थना कहें।

मासिक दुर्गाष्टमी व्रत उपाय

मासिक दुर्गा अष्टमी व्रत के दिन 9 कन्याओं को भोजन कराएं और उन्हें अपने सामर्थ के अनुसार वस्त्र, फल और दक्षिणा दें। और जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र या धन का दान करें। यह दान गुप्त रूप से करना अधिक फलदायी माना जाता है।

हिन्दु धर्म शास्त्रो के अनुसार मासिक दुर्गा अष्टमी के दिन गाय की सेवा करना और ब्राह्मणों को भोजन कराना भी इस दिन शुभ माना जाता है। लेकिन मासिक दुर्गा अष्टमी के दिन लहसुन और प्याज जैसे तामसिक भोजन का सेवन न करें। और ना ही किसी को खिलाएं।

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